Reliance Retail: रिलायंस रिटेल बना रहा अपना बड़ा प्लान, मौजूदा निवेशकों से 1.5 अरब डॉलर जुटाने की योजना पर चर्चा जारी
Reliance Retail: रिलायंस रिटेल अपने मौजूदा निवेशकों के साथ नए पूंजी निवेश पर चर्चा कर रही है। सूत्रों के मुताबिक इसके अंतर्गत कंपनी में करीब 1.5 अरब डॉलर का निवेश आने की उम्मीद है.
रिलायंस रिटेल निवेश योजनाएं:
रिलायंस इंडस्ट्रीज की the retail arm of Reliance Industries अपने मौजूदा निवेशकों के साथ नए पूंजी निवेश पर चर्चा कर रही है। रिलायंस रिटेल अबू धाबी और सऊदी अरब के सॉवरेन वेल्थ फंड्स के साथ चर्चा कर रही है, जिसके तहत 1.5 अरब डॉलर का संयुक्त निवेश लेने की कोशिशें चल रही हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, QIA रिलायंस रिटेल वेंचर्स में अल्पमत हिस्सेदारी खरीदने पर विचार कर रही है। सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि यह निवेश कम से कम एक अरब डॉलर का हो सकता है, जो 100 अरब डॉलर की कीमत वाली कंपनी की एक फीसदी हिस्सेदारी के बराबर होगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि सौदे को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है और कहा गया है कि कतर के फंड ने अभी तक सौदे को मंजूरी नहीं दी है।
रिलायंस रिटेल अपने उपभोक्ता कारोबार को लग्जरी फैशन से लेकर किराना तक बढ़ा रहा है। रिलायंस अपने खुदरा कारोबार को बढ़ाने पर भारी खर्च कर रही है और इसका नेतृत्व मुकेश अंबानी की बेटी ईशा अंबानी कर रही हैं। रिलायंस रिटेल ने अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए पिछले महीनों में कई ब्रांड का अधिग्रहण किया है।
3.5 अरब डॉलर की आंतरिक पूंजी जुटाने के कंपनी के प्रयास के तहत चर्चा जारी
रिलायंस रिटेल, जो भारत का सबसे बड़ा रिटेलर है और इसके प्रमुख एशिया के सबसे अमीर आदमी मुकेश अंबानी हैं। विशेषको की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के आंतरिक पूंजी जुटाने के लक्ष्य के तहत रिलायंस रिटेल के इस पूंजी निवेश पर उसके मौजूदा निवेशकों के साथ चर्चा की जा रही है। इसके तहत कंपनी की नजर सितंबर के अंत तक 3.5 अरब डॉलर की पूंजी जुटाने पर है।
रिलायंस रिटेल ने 2020 में सऊदी अरब के सार्वजनिक निवेश कोष से 1.3 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए 2.04 बिलियन डॉलर का निवेश हासिल किया था। रिपोर्ट के मुताबिक, उस वक्त कंपनी की वैल्यूएशन 62.4 अरब डॉलर थी। कंपनी के शेयरधारकों में केकेआर और अबू धाबी के दो सॉवरेन इन्वेस्टमेंट फंड भी शामिल हैं।
इस बीच, रिलायंस रिटेल ने अप्रैल-जून तिमाही में शुद्ध लाभ में 19 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। तिमाही के दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ 19 प्रतिशत बढ़कर 2,448 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,061 करोड़ रुपये था। आरआरएल का स्वामित्व रिलायंस रिटेल वेंचर्स (आरआरवीएल) के माध्यम से रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के पास है।
कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (Qatar Investment Authority) और केकेआर (KKR) का रिलायंस रिटेल में भारी अंधाधुन निवेश
पिछले महीने अगस्त में कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी ने रिलायंस रिटेल में 1 अरब डॉलर के निवेश का ऐलान किया था. इसके अलावा एक महीने में रिलायंस रिटेल में दूसरा बड़ा निवेश तब देखने को मिला जब वैश्विक निवेश फर्म केकेआर ने अपनी कंपनी के जरिए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Reliance Industries Limited) की रिटेल कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (Reliance Retail Ventures Limited) में 25 करोड़ डॉलर रुपये का निवेश किया यानी कुल 2069.50 करोड़ रुपये निवेश करने का ऐलान किया.
तीनों मौजूदा निवेशक 500-500 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे- सूत्र
अगर सूत्रों की रिपोर्ट की माने तो एक सूत्र के मुताबिक, सिंगापुर जीआईसी (Singapore GIC), अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (एडीआईए) (Abu Dhabi Investment Authority, ADIA) और सऊदी अरब के पब्लिक इन्वेस्टमेंट फंड (Saudi Arabia’s Public Investment Fund) ने रिलायंस रिटेल में कम से कम 500 मिलियन डॉलर निवेश करने की योजना बनाई है, जिससे कुल निवेश 1.5 बिलियन डॉलर हो जाएगा। यह निवेश 100 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर होगा।
रिलायंस और निवेश कंपनियों का क्या है कहना?
हालांकि, जीआईसी (GIC) और अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (Abu Dhabi Investment Authority) ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और पीआईएफ (PIF) ने भी इस सवाल का जवाब नहीं दिया. वहीं, रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) का कहना है कि वे अपने मीडिया की अटकलों और अफवाहों पर टिप्पणी नहीं करते हैं।